हरियाणा पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना 2020 (आवेदन फॉर्म, पंजीकरण, योग्यता) (Haryana Pashu Kisan Credit Card Scheme in hindi) [Application Form Process, Eligibility, Repayment]
हरियाणा में पशुपालन और कृषि का कार्य प्रमुख रूप से किया जाता हैं इसलिए वहां की सरकार कृषकों एवं पशुधन से सम्बंधित महत्वपूर्ण आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाती रहती हैं. इसी क्रम में सरकार ने 2019 में उन किसानों के लिए पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की हैं जिनके पास स्वयं के पशु हैं. इस योजना के अनुसार पशु क्रेडिट कार्ड से किसान निर्धारित 4% तक की ब्याज दर पर अपनी जरुरत का कुछ भी खरीद सकते हैं लेकिन उन्हें एक वर्ष के भीतर ही पैसे वापिस करने होंगे. किसानों को सशक्त बनाने के लिए शुरू की गयी इस योजना को हरियाणा में बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा हैं.
योजना का नाम (Scheme name) | हरियाणा पशु किसान क्रेडिटकार्ड योजना |
किसने बनाई? (Who created this scheme?) | हरियाण सरकार ने |
लक्षित लाभार्थी (Target Beneficiaries) | हरियाणा राज्य के वो किसान जिनके पास स्वयं का पशु-धन हैं. |
हरियाणा पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना की मुख्य विशेषताएं (Key Features of the Haryana Pashu Kisan Credit Card scheme)
- पशु किसान क्रेडिट कार्ड का मुख्य उद्देश्य ये हैं कि किसानों को उधार धन देने वालों के दबाव से मुक्ति मिले और वो स्वायत एवं सक्षम बने. राज्य सरकार का लक्ष्य 2019-20 के वित्तीय वर्ष में 10 लाख पशु किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध करवाना हैं.
- पशु किसान क्रेडिट कार्ड की नयी सुविधा पशु धन के अलावा मछली, झींगा और अन्य जलीय जीवों के पालन के लिए शॉर्ट-टर्म क्रेडिट की जरूरतों को पूरा करेगी.
- ब्रेकिश वाटर झींगा की रेट 92,800 रूपये फिक्स हैं जबकि फ्रेशवाटर झींगा की रेट 1.12 लाख रूपये हैं. राज्य सरकार ने इसमें फीडिंग, मजदूरी, वेटरनरी और इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई की कोस्ट को भी शामिल किया हैं. हरियाणा सरकार ने 89 लाख के पास पशुधन हैं जो कि प्रतिदिन 44 लाख लीटर दूध देता हैं और लगभग 29 लाख किसान हैं जो पशुधन के दूध से होने वाली आय पर निर्भर करते हैं.
- इस योजना के अंतर्गत लगभग 10 लाख किसान को 2019-20 के वित्तीय वर्ष में क्रेडिट कार्ड देने का लक्ष्य रखा गया हैं और क्रेडिट कार्ड धारक किसानों की संख्या आने वाले वर्षों में बढ़ेगी.
हरियाणा पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना योग्यता (Eligibility Criteria)
योजना का लाभ केवल हरियाणा के किसानों को ही मिलेगा. किसान बैंक से दिवालिया ना घोषित हो या अन्य कोई योजना का लाभ न रहा हो, इस बात का विशेष ध्यान रखा जायेगा. इसके अलावा एक परिवार से एक व्यक्ति को ही योजना का लाभ मिल सकेगा. सभी “पशु किसान क्रेडिट कार्ड” पहले से बने हुए “किसान क्रेडिट कार्ड” पर आधारित होंगे.
हरियाणा पशु किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम आवेदन/ पंजीकरण फॉर्म (Haryana Pashu Kisan Credit Card Scheme Application / Registration Form)
सभी किसान जिनके पास खुद के पशु हैं वो हरियाणा में पशु किसान क्रेडिट योजना के लिए योग्य होंगे. किसानों को प्रत्येक मुरा भैंस पर 76,300 रूपये, विदेशी गाय पर 71,325 रूपये और भारतीय गाय पर 70,825 रूपये मिलेंगे. इन क्रेडिट कार्ड के साथ किसान कुछ भी खरीद सकते हैं और एक वर्ष के भीतर 4% ब्याज दर की रियायत (छूट) के साथ वापिस चूका सकते हैं, वरना ब्याज की दरें बढेंगी.
हरियाणा पशु किसान क्रेडिट कार्ड के लिए कैसे आवेदन करे? (How to Apply for Haryana Pashu Kisan Credit Cards)
- पशु किसान क्रेडिट कार्ड में आवेदन करने के लिए एप्लीकेशन/ रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी.
- पशु किसान क्रेडिट कार्ड में 24 डेरी दुग्ध प्लांट्स शामिल हैं. ये डेरी मिल्क प्लांट राज्य भर में दुग्ध एकत्र करने का कार्य करेंगे और इनके पास चिलिंग सेंटर भी होंगे.
- डेटा ओपरेटर और पशुपालन विभाग के अधिकारी ही इन दुग्ध कलेक्शन सेंटर पर पशु किसान क्रेडिट कार्ड का एप्लीकेशन फॉर्म प्राप्त करने का कार्य करेंगे.
- प्रत्येक दुग्ध उत्पादक पशु की जानकारी एक फोटोग्राफ के साथ “ज्ञान एप” पर डाली जायेगी. इस एप का उपयोग पशुपालन विभाग द्वारा पशु गणना में किया जाता है.
- विवरण संबंधित आवश्यक प्रक्रिया पूरी होने के बाद विभाग बैंक के साथ सामंजस्य बिठाएगा जिससे कि पशु किसान क्रेडिट कार्ड इश्यु किये जा सके और किसानों को अगले दिन दुग्ध संग्रहण केंद्र (मिल्क कलेक्शन पॉइंट) पर पहुंचाए जा सके.
- हरियाणा में किसानों को सशक्त बनाने और पशुओं को समुचित पोषण देने, पंखे और मेट उपलब्ध करवाने पशु क्रेडिट कार्ड शुरू किये गये हैं. किसानों के पास जब पर्याप्त धन होगा तो वो वापिस चूका भी सकेंगे.
हरियाणा पशु किसान क्रेडिट कार्ड रीपेमेंट शेड्यूल (Haryana Pashu Kisan Credit Card Repayment Schedule)
कोई भी व्यक्ति हरियाणा पशु किसान क्रेडिट कार्ड के रीपेमेंट को आसानी से समझ सकता हैं. इसे इस उदाहरण से समझा जा सकता हैं कि जैसे यदि कोई 4 जुलाई 2019 को 4000 रूपये का डीजल खरीदता हैं तो उसे 3 जुलाई 2020 तक वापिस पैसे देने होंगे. ऐसे ही यदि कोई फ्रिज खरीदता हैं या 9 अगस्त 2019 को 9000 रूपये की ट्यूशन फीस भरता हैं तो उसे 8 अगस्त 2020 तक 4 प्रतिशत ब्याज दर के साथ वापिस रिटर्न करने होंगे.
हरियाणा सरकार ने पहले ही गायों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बना रखा हैं, अब पूरे देश में ये पहली ऐसी योजना होगी जिसमे उन किसानों को क्रेडिट कार्ड मिलेगा जिनके पास स्वयं के पशु हैं. ये योजना ना केवल किसानों के हितों की रक्षा करेगी बल्कि पशुधन के संरक्षण को भी बढ़ावा देगी.
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