मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना बिहार एप्लिकेशन फॉर्म पीडीएफ़ डाउनलोड 2019 (Mukhyamantri Kanya Utthan Yojana Bihar in Hindi )[Application Form PDF Download, Eligibility Criteria Incentive Installments Official Portal
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ समय पहले कैबिनेट की बैठक का आयोजन किया था. इस बैठक को उन्होंने महिला, समाज एवं शिक्षा सशक्तिकरण और महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने जैसे उद्देश्यों को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया था. इस बैठक का आयोजन अप्रैल 2018 में हुआ था. इसमें मुख्यमंत्री द्वारा कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये. इनमें से महिलाओं के विकास के लिए बिहार सरकार द्वारा एक योजना की भी शुरुआत की गई.
क्र. म. | योजना की जानकारी बिंदु (Scheme Information Points) | योजना की जानकारी (Scheme Information) |
1. | योजना का नाम | मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना |
2. | योजना की शुरुआत | अप्रैल 2018 |
3. | योजना की घोषणा | अंजनी कुमार (प्रमुख शासन सचिव) |
4. | योजना के लाभार्थी | बिहार की लड़कियां |
5. | संबंधित विभाग | शिक्षा, स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग |
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की विशेषताएं
- उद्देश्य :- इस योजना में प्रोत्साहन देने का राज्य सरकार का सबसे बड़ा उद्देश्य राज्य के अंदर से बाल विवाह की संभावनाओं को खत्म करना है. यदि कोई लड़की अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के पहले ही शादी करने का फैसला ले रही है, तो वे 10,000 रूपये का प्रोत्साहन पाने के लिए हकदार नहीं होंगी.
- लाभार्थी :- इस योजना के स्टेटमेंट में यह स्पष्ट किया गया है कि यह नई योजना राज्य के भीतर 1.60 करोड़ से अधिक बालिकाओं को शुरुआती आधार पर लाभान्वित करेगी. इस योजना को और अधिक सफल बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक कन्या के लिए 54,100 रूपये का बजट पेश किया जायेगा.
- इस 54,100 की राशि को वार्षिक आधार पर कन्याओं की पढ़ाई और अन्य लाभों के लिए खर्च किया जायेगा. इस योजना में छात्रों के क्रेडिट कार्ड की सुविधा, मुफ्त साईकिल एवं छात्रवृत्ति कार्यक्रम जैसे लाभ भी शामिल होंगे.
- कन्याओं को उनकी शिक्षा एवं विकास को प्रोत्साहित करने में मदद करने के लिए सरकार द्वारा बच्ची के माता – पिता को उसके जन्म से लेकर उसके बायोमेट्रिक आधार कार्ड के सत्यापन तक के बीच प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी.
- सरकार द्वारा यह भी घोषणा की गई है कि इस योजना के तहत 5000 रूपये की राशि लड़की के माता – पिता को दी जाएगी. बच्ची के 20 साल की आयु के होने तक सभी राशि उनके माता – पिता को ही दी जाएगी.
योजना के तहत दी जाने वाली कुल राशि की जानकारी
क्र. म. | शर्तें | राशि की जानकारी | पात्रता |
1. | बच्ची के जन्म से उसके बायोमेट्रिक आधार लिंकिंग तक | कुल 5000 रूपये जिसमें
· जन्म के समय – 2000 रूपये · 1 साल के होने के बाद – 1000 रूपये · आधार कार्ड लिंक होने के बाद – 2000 रूपये |
केवल 2 बच्चों के लिए |
2. | सेनेटरी नैपकिन के लिए | 300 रूपये | |
3. | इंटर स्कूल की परीक्षा पास करने पर | 10,000 रूपये | अविवाहित लड़की के लिए |
4. | ग्रेजुएशन पूरा होने के बाद | 25,000 रूपये | विवाहित – अविवाहित दोनों के लिए है |
बच्ची के जन्म से लेकर ग्रेजुएशन तक दी जाने वाली कुल राशि 54,100 रूपये है |
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लिए पात्रता
- इस योजना का लाभ किसी भी धर्म, जाति या आय एवं समाज के किसी भी धर्म से समबन्ध रखने वाली महिला या बच्ची उठा सकती है.
- सभी कॉलेज जाने वाली लडकियाँ जिन्होंने प्राथमिक, माध्यमिक एवं हायरसेकण्ड्री स्कूल की पढाई किसी सरकारी या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूल से की हो वे इसके लिए पात्र हैं.
- इसके अलावा यदि कोई छात्रा मान्यता प्राप्त मदरसा, गैर – मान्यता प्राप्त कॉलेज और संस्कृत कॉलेज, राज्य या गैर राज्य स्तरीय छात्राओं और समाज में अल्पसंख्यक समुदाय से सम्बन्ध रखने वाली छात्रा इस योजना के तहत पंजीकरण करने के लिए पात्र होंगी.
- इस योजना के लिए केवल वे लोग आवेदन कर सकते हैं जो बिहार के रहने वाले है, और साथ ही बिहार की सीमा के अंदर किसी सरकारी कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हो.
- इस योजना में दी जाने वाली वित्तीय सहायता केवल उन लोगों के लिए है, जो आर्थिक रूप से कमजोर तबके से सम्बन्ध रखते हो. वे सभी इसके लिए आवेदन दे सकते हैं.
- यदि किसी परिवार में बहुत सारी लडकियाँ है, तो इस योजना का लाभ उस परिवार की केवल दो लड़कियां ही उठा सकती हैं.
- यदि किसी आवेदक के परिवार का कोई सदस्य बिहार राज्य सरकार के तहत किसी कार्यालय में काम कर रहा है, तो वह इसके लिए आवेदन करने के पात्र नहीं होगा.
- इसके साथ ही आवेदक का खुद के नाम से एक सक्रिय बैंक अकाउंट भी होना अनिवार्य है, ताकि वित्तीय लाभ बिना किसी परेशानी के उनके खाते में स्थानांतरित हो सके.
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लिए आवेदन फॉर्म एवं तिथि
बिहार राज्य सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि सभी आवेदन ऑनलाइन प्रक्रिया से ही किये जायेंगे, जहाँ से आवेदक अपना आवेदन कर सकेंगे. साथ ही आप एक डिजिटल आवेदन फॉर्म में अपनी पहुँच बना सकेंगे. जिसके लिए मुख्य मंत्री कन्या उत्थान बिहार पोर्टल लॉंच किया गया हैं , आवेदन प्रक्रिया 25 जुलाई से शुरू की गई हैं ।
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- पते का प्रमाण :- सभी आवेदकों को अपने आवेदन फॉर्म के साथ अपना पते का प्रमाण देना आवश्यक है. जोकि उनके आवासीय दावे का समर्थन करता है.
- आवेदक का वोटर आईडी :- बैकग्राउंड का सत्यापन करने के लिए पर्याप्त जानकारी देने के लिए आवेदक को अपने वोटर आईडी कार्ड की प्रति जमा करना आवश्यक है.
- आवेदक का आधार कार्ड :- चुकी इस योजना में राशि प्राप्त करने के लिए आधार कार्ड होना बहुत जरुरी है, इसलिए आवेदकों को अपने आधार कार्ड की प्रति जमा करनी होगी.
- खाते की जानकारी :- चुकी दी जाने वाली वित्तीय सहायता आवेदक के बैंक खाते में ट्रान्सफर की जानी है, इसलिए उन्हें अपनी बैंक खाते की जानकारी से जुड़े दस्तावेज जमा करने होंगे.
- स्कूल का प्रमाण पत्र :- इस योजना का लाभ उन्हें प्राप्त होगा, जो अपने आवेदन फॉर्म के साथ अपने स्कूल का प्रमाण पत्र भी जमा करते हैं.
- अंकसूची :- यदि कोई इच्छुक आवेदक 10,000 रूपये का वित्तीय ईनाम प्राप्त करना चाहता है तो उसे अपनी 10 वीं कक्षा की अंकसूची जमा करनी होगी, किन्तु यदि किसी आवेदक की 12,000 रूपये प्राप्त करने की इच्छा है तो उसे 12 वीं कक्षा की अंकसूची जमा करनी होगी.
- फोटो :- आवेदन फॉर्म को जमा करते समय उसमें आवेदक की फोटो होना भी अनिवार्य है. इसके लिए उन्हें हालही में खिचाई हुई फोटो को फॉर्म में लगाना होगा.
- आवेदक का आर्थिक बैकग्राउंड :- इस योजना में केवल कमजोर आर्थिक स्थिति वाले लोग ही आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें अपना कानूनी दस्तावेज जमा करना होगा.
सेनेटरी नैपकिन के लाभ
- इस योजना की घोषणा में राज्य सरकार ने लड़की के किशोर आयु के होने के समय सेनेटरी नैपकिन के लिए 300 रूपये देने का भी जिक्र किया है. इस योजना के तहत इस राशि को जिसमें पहले 150 रूपये दिए जाते थे को बढ़ा कर अब 300 रूपये कर दिया है.
- इस योजना के क्रियान्वयन का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य यह भी है कि बाल विवाह एवं भ्रूणहत्या की जाँच करके उनकी मदद करना है. यह लड़कियों के अनुपात को लड़कों के मुकाबले बढ़ाने के लिए भी मददगार साबित होगा, और साथ ही उन्हें शिक्षा लेने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा.
- इसी योजना में राज्य सरकार बीमारियों के खिलाफ सभी प्रकार के टीकों एवं टीकाकरण के साथ बच्चियों के माता – पिता को भी शिक्षा देने की योजना बना रही है. यह कदम छोटी बच्चियों की मृत्यु दर को ख़त्म करने में मददगार होगा.
यूनिफार्म की दरों में वृद्धि
- राज्य शिक्षा मंत्रालय द्वारा पहली और दूसरी कक्षा में पढ़ाई करने वाली छात्राओं के लिए वित्तीय सहायता सालाना 400 रूपये से बढ़ाकर 600 रूपये कर दी गई है.
- तीसरी से पांचवीं तक की कक्षाओं में पढ़ाई करने वाली छात्राओं के लिए यह वित्तीय सहायता सालाना 500 रूपये से बढ़ाकर 700 रूपये कर दी गई है.
- इसके अलावा छटवीं से आठवीं तक की कक्षाओं वाली छात्राओं के लिए यह सालाना 700 रूपये से बढाकर 1000 रूपये कर दी गई है.
- साथ ही 9 वीं कक्षा से लेकर 12 वीं कक्षा के बीच पढ़ाई करने वाली छात्राओं को दी जाने वाली वित्तीय सहायता के रूप में 1000 रूपये बढ़ाकर 1500 रूपये प्रदान किये जायेंगे.
राज्य सरकार ने इस योजना को यह सुनिश्चित करने के लिए शुरू किया है ताकि इससे बाल विवाह, मृत्यु दर और बच्चियों के लिए एंटी समाजिक जैसे अन्य मुद्दों को ख़त्म किया जा सके. यह बच्चियों के सामाजिक स्थिति में सुधार लाने में भी मदद करेगी.
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